मेहरबां आ गया है, मेहरबानी लुटाने,
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
फिर न वापस गया वो, जो यहाँ आ गया है,
खुशिया दोनो जहाँ की, दर तेरे पा गया।
प्रीत की ऐसी झड़ी, सतगुरु आये बरसाने,
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
तेरे आने से पहले, माया के थे अंधेरे,
तूने आकर उजाले, कर दिए हैं सवेरे,
तेरी खुशबू से दाता, आज महके वीराने
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
तेरे वचनों से निकली, ज्ञान की ऐसी धारा,
धरती लहर उठी है, झूमे आकाश सारा,
गुनगुनाने लगी है, हर दिशा ये तराने,
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
फिर न वापस गया वो, जो यहाँ आ गया है,
खुशिया दोनो जहाँ की, दर तेरे पा गया।
प्रीत की ऐसी झड़ी, सतगुरु आये बरसाने,
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
तेरे आने से पहले, माया के थे अंधेरे,
तूने आकर उजाले, कर दिए हैं सवेरे,
तेरी खुशबू से दाता, आज महके वीराने
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...
तेरे वचनों से निकली, ज्ञान की ऐसी धारा,
धरती लहर उठी है, झूमे आकाश सारा,
गुनगुनाने लगी है, हर दिशा ये तराने,
आओ लूटो दीवानों, रहमतों के खज़ाने।
मेहरबां आ गया है...